औरंगाबाद :अति पिछड़ा वर्ग के लिए नीतीश सरकार ने किए विकास के कई कार्य,अति पिछड़ा विरोधी है केंद्र सरकार- चंदेश्वर चंद्रवंशी

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संदीप कुमार

मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के नवीनगर गौतम बुद्ध नगर भवन में नीतीश सरकार द्वारा अति पिछड़ा वर्ग के लिए किए गए कार्य एवं केंद्र की उपेक्षा पर विचार हेतु जननायक कर्पूरी चर्चा का आयोजन किया गया। जननायक कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम का उद्घाटन जहानाबाद सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी, जदयू जिलाध्यक्ष अशोक सिंह,प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह,प्रेमिला प्रजापति,मगध प्रभारी विद्यानंद विकल,पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यकर्ताओं के द्वारा चर्चा में पहुंचे मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र चंद्रवंशी ने किया तथा संचालन प्रखंड अध्यक्ष कमलेश सिंह ने किया।

कार्यक्रम मे 20 सूत्री अध्यक्ष अजिताभ रिंकू, बारुण प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र यादव,जिला जदयू उपाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह, महावीर मेहता,सुरेंद्र सिंह समेत हजारों की संख्या में लोग उपस्थिति हुए। मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जहानाबाद सांसद ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अतिपिछड़ा वर्गों के हित में कार्य किए गए एवं किया जा रहे कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करें। गरीबों के रहनुमा जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में विकास के जो फार्मूले तय किए वो वास्तव में अद्वितीय थे l समाज के हर तबकों के लोगों तक सामाजिक,आर्थिक,राजनीतिक व शैक्षिक लाभ पहुंचाकर उनकी तकदीर संवारने की उनकी हर कोशिश रंग लाई l

आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन्हीं के नक्शे-कदम पर चलकर,उनके अधूरे सपनों को साकार करने में लगे हैंl समाज में बदलाव हेतु आरक्षण लागू किया,शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए छात्र-छात्राओं के लिए पोशाक और साईकिल जैसी अन्य योजनाओं को जोड़ने जैसे कार्य जननायक कर्पूरी ठाकुर की सोंच के ही उपज हैं।आज उनके सपनों को केंद्र में बैठी मोदी सरकार चकनाचूर कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा अति पिछड़ा वर्ग के हित में सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक प्रगति किया गया है एवं केंद्र सरकार के द्वारा अति पिछड़ा विरोधी रवैया अपनाया गया है।

सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा बीते वर्ष 2006 में अति पिछड़ा वर्ग के लिए आयोग का गठन किया गया था।कहा कि आजादी के बाद देश में पहली बार मुख्यमंत्री के द्वारा बिहार में वर्ष 2009 में पिछड़ा अति पिछड़ा कल्याण विभाग का गठन किया गया। मुख्यमंत्री के द्वारा अति पिछड़े समुदाय के विभिन्न जातियों का सामाजिक राजनीतिक शैक्षणिक और आर्थिक उन्नयन कर इन्हें एक वर्ग के रूप में नई पहचान दी गई।

प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमिला प्रजापति ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति पोशाक और साइकिल जैसी योजनाएं दी गई और राज्य सरकार के द्वारा अति पिछड़ा समाज के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति के साथ उच्च शिक्षा पाने के लिए उन्हें स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से भी जोड़ा गया। मगध प्रभारी विद्यानंद विकल ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा आर्थिक क्षेत्र के लिए ग्राम परिवहन योजना का लाभ के साथ-साथ उद्योग लगाने के लिए अति पिछड़ा को 10 लाख रुपए की मदद दी जा रही है जिसमें 5 लाख अनुदान और 5 लाख ब्याज मुक्त ऋण है।अति पिछड़ों में सामाजिक स्वभाव व स्वरोजगार के लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार अति पिछड़ा के प्रति राजनीतिक अपमान का व्यवहार रखती है। इसलिए जननायक कर्पूरी ठाकुर को अब तक भारत रत्न नहीं दिया गया है। कहा कि उनके योजना के नाम से नई योजना प्रारंभ की गई जिसमें पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को पूर्व में मिलने वाली छात्रवृत्ति को बंद किया कर दिया गया।मौके पर पूर्व नंप अध्यक्ष प्रतिनिधि मुकेश कुमार सिंह,पूर्व मुखिया बिंदेश्वर सिंह,सरपंच संघ के अध्यक्ष राकेश सिंह,जदयू नेता प्रदीप कुमार सिंह, उपेंद्र सिंह,विनोद जदयू के मीडिया प्रभारी सोनू कुमार सोनी,पूर्व मुखिया प्रिंस प्रताप सिंह,पूर्व अध्यक्ष लालमणि सिंह,शांति देवी समेत हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे।

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