औरंगाबाद जिला का नाम देव करने के लिए धरना प्रदर्शन, देव बाजार में निकाला गया जुलुश, जनप्रतिनिधियों क़ो सद्बुद्धि देनें के लिए भगवान भास्कर क़ो समर्पित किया गया मांग पत्र
मगध एक्सप्रेस :-औरंगाबाद जिले के देव में जनेश्वर विकास केंद्र के बैनर तले किंकर नाट्य कला मंच में औरंगाबाद जिले का नाम देव करने के लिए धरना प्रदर्शन किया गया l महोत्सव पुरुष सिद्धेश्वर विद्यार्थी जी नें कहा कि देव एक पौराणिक, ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटक स्थल है ।इसकी महिमा देश दुनिया में फैली हुई है। इसके बावजूद इस स्थल का न तो अपेक्षित विकास हुआ है और ना महत्व ही दिया गया है । दुखद पहलू यह है कि इससे भी कम महत्व वाले कई जगहों को महत्व देने हेतु जिलों का नाम उस जगह के नाम रखा गया है।
जैसे रोहतास किले के नाम पर जिले के नाम रोहतास रखा गया है जबकि इसका मुख्यालय सासाराम है। कैमूर पर्वत श्रृंखला के नाम पर जिले का नाम कैमूर रखा गया है जबकि इसका मुख्यालय भभुआ रखा गयाहै । राजा भोज के नाम पर जिले के नाम भोजपुर रखा गया है जब किसका मुख्यालय आरा में है। ऐतिहासिक स्थल वैशाली के नाम पर जिले का वैशाली रखा गया है जबकि इसका मुख्यालय हाजीपुर में है। इस तरह ऐतिहासिक स्थल नालंदा के नाम पर जिले का नाम नालंदा रखा गया है जब किसका मुख्यालय बिहार शरीफ है ।
अपने जिले में भी ऐतिहासिक गढ़ कुटुंबा के नाम पर प्रखंड का नाम कुटुम्बा है जबकि इसका मुख्यालय अंबा में है ।इसी आधार पर औरंगाबाद जिला की पहचान और पौराणिक स्थल देव के नाम होना चाहिए था परंतु तत्कालीन जनप्रतिनिधियों के उदासीन रवैया के कारण ऐसा नहीं हो पाया ।अब जब जागरूक जनता 1992 से औरंगाबाद जिले का नाम देव करने हेतु आंदोलनरत है तो वर्तमान जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग नहीं मिल रहा है जिससे आम जन में भारी आक्रोश है । समाजसेवी डॉ राजेंद्र प्रसाद नें श्रद्धांलुओं का भगवान सूर्य के प्रति आस्था क़ो देखते हुए देव किला के समक्ष से औरंगाबाद जिला का नाम देव करने के लिए देव बाजार होते हुए सूर्य कुंड तालाब तक जुलुश निकालकर देव की जनता क़ो उपरोक्त मांग से जोड़ने का कार्य किया ।
जुलुश के पश्चात सभी सदस्यों नें मांग पत्र भगवान भाष्कर के समक्ष समर्पित किया और जिले के जनप्रतिनिधियों को सद्बुद्धि प्रदान करने के लिए सूर्य मंदिर में प्रार्थना किया, ताकि वे इस मांग को विधानमंडल और लोक सभा में पारित कराकर गृह मंत्रालय भेजनें मे सहयोग प्रदान करें ।तभी जिले का नाम देव हो सकेगा ।उपरोक्त धरना प्रदर्शन में जनेश्वर विकास केंद्र के अध्यक्ष रामजी सिंह, सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी, पूर्व अध्यापक रामधारी गुरूजी, डॉ राजेंद्र प्रसाद, दीपक गुप्ता,कृष्णा दुबे,महेंद्र हार्ड,उपेंद्र यादव,बलिराम सिंह चंद्रवंशी,किरण देवी,रत्नेश सिंह,निर्मल सिंह, अनिल सिंह,मदनपुर से आये हुए क्रन्तिकारी सदस्य विजय सिंह,ललन सिंह,संजय सिंह, रतन तिवारी, दिलीप सिंह,प्रमोद सिंह, एडवोकेट रामाश्रय पाण्डेय, यशवंत सिंह, रवि रंजन प्रकाश नें उपरोक्त कार्यक्रम क़ो सफल बनाने में सहभागिता निभाई।